भारत में छोटे व्यवसाय के विकास पर प्रौद्योगिकी का प्रभाव

प्रौद्योगिकी

भारत की अर्थव्यवस्था में MSME (Micro, Small and Medium Enterprises) की महत्वपूर्ण भूमिका है। ये रोज़गार उत्पन्न करने और देश के आर्थिक विकास दोनों में अपना योगदान देते हैं। अगर देश के सकल घरेलू उत्पाद (Gross domestic product- GDP) की बात करें तो इसमें MSME एक तिहाई का योगदान देते हैं। देश की GDP में इतना बड़ा योगदान देने के बाद भी भारतीय MSME, प्रौद्योगिकी अपनाने के मामले में विकसित देशों से अभी भी पीछे हैं। यही छोटे व्यवसायों पर प्रौद्योगिकी के प्रभाव के अध्ययन की आवश्यकता को जन्म देता है।

एक छोटे व्यापारी के लिए अपने व्यवसाय को बढ़ाते समय कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि उसके सामने आर्थिक परेशानियों के अलावा कई दूसरी परेशानियां भी होती हैं। अपनी आर्थिक परेशानियों को दूर करने के लिए व्यापारी बिज़नेस लोन लेने की उम्मीद से बैंक जाते हैं, लेकिन वहां भी उन्हें निराश होना पड़ता है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि पारंपरिक बैंकिंग प्रणाली धीमी और कठोर है, ख़ासतौर से एक छोटे स्तर के व्यापारी के लिए। इस वजह से छोटे व्यापारियों के लिए अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा पाना मुश्किल हो जाता है। बैंक में बात न बनने की वजह से व्यापारी अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए दूसरे विकल्पों पर गौर करते हैं।

अब सवाल उठता है कि जब छोटे व्यापारियों को आर्थिक मदद की आवश्यकता होती है, वो कहा जाते हैं?

क्या वे किसी दूसरे बैंक का दरवाज़ा खटखटाते हैं? शायद हां!

क्या वे बहुत ज़्यादा ब्याज पर लोन देने वाले किसी स्थानीय व्यक्ति के पास जाते हैं? हां, कुछ छोटे स्तर के व्यापारी ऐसा भी करते हैं और मूल की बजाय ज़िंदगीभर ब्याज चुकाते रह जाते हैं।

क्या इसका कोई समाधान है?

हां बिलकुल, प्रौद्योगिकी ने व्यापार और व्यापारियों के जीवन को काफ़ी आसान बना दिया है। अब छोटे से छोटे व्यापारी को लोन के लिए दर-दर भटकने की ज़रूरत नहीं है। प्रौद्योगिकी की सहायता से लोन पाना और अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाना काफ़ी आसान हो गया है।

इस ब्लॉग में हम व्यवसाय के विकास में प्रौद्योगिकी की भूमिका के बारे में बात करेंगे। साथ ही MyMoney किस तरह छोटे व्यापारियों को उनके व्यवसाय को आगे बढ़ाने में मदद कर रहा है, इसके ऊपर भी चर्चा करेंगे।


आगे बढ़ने से पहले हम छोटे व्यवसायों में प्रौद्योगिकी के प्रभाव को समझने के लिए, उनके बीच प्रौद्योगिकी के अपनाने की वर्तमान स्थिति देखेंगे।

छोटे व्यवसायों (MSME) द्वारा प्रौद्योगिकी अपनाने की वर्तमान स्थिति:

Tally ने देश के 34 शहरों में अलग-अलग उद्योगों और व्यवसायों के 2250 MSMEs के ऊपर एक सर्वेक्षण किया, जिससे पता चला कि केवल 35% MSMEs ही अपने व्यवसाय के लिए मैनेजमेंट सॉफ़्टवेयर का उपयोग करते हैं और उनमें से केवल 40% डिजिटल बैंकिंग और ऑनलाइन पेमेंट का उपयोग करते हैं।

आप भी यही सोच रहे होंगे कि आख़िर ज़्यादातर छोटे व्यापारी या MSMEs मालिक तकनीक को क्यों नहीं अपना रहे हैं?

छोटे व्यापारी दो मुख्य कारणों से प्रौद्योगिकी का उपयोग और उसमें निवेश नहीं करते हैं:

  • ज़्यादातर छोटे व्यापारी प्रौद्योगिकी के लाभों और उसमें होने वाले बदलावों को नहीं समझते हैं
  • छोटे व्यापारियों के पास पूंजी सीमित होती है, इस वजह से प्रौद्योगिकी उनके लिए काफ़ी महंगी समझ में आती है

यह बात सच है कि छोटे व्यापारियों के लिए प्रौद्योगिकी में निवेश करना और उसका उपयोग करना शुरुआत में चुनौतिपूर्ण हो सकता है, लेकिन इसे अपनाने से उन्हें कई लाभ भी मिल सकते हैं।

वित्तीय ऑटोमेशन प्रौद्योगिकी, MSMEs को व्यवसाय संचालन को सुव्यवस्थित करने, लागत कम करने, दक्षता बढ़ाने और ग्राहकों में अनुभव को बेहतर बनाने में मदद करता है।

साथ ही यह उन्हें नए बाज़ारों में अपनी पहुंच बढ़ाने, अपने ग्राहकों की संख्या बढ़ाने और बदलते समय के अनुसार बाज़ार में सबसे आगे रहने में मदद करता है।

आइए देखें कि कैसे वित्तीय प्रौद्योगिकी MSMEs को अपने व्यावसायिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करती है

  • लंबे इंतज़ार की बजाय मिनटों में पाएं लोन
    पहले एक छोटे व्यापारी को अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए बिज़नेस लोन लेने में काफ़ी समय लग जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब आसानी से मिनटों में ही बिज़नेस लोन प्राप्त किया जा सकता है। फ़िनटेक कंपनियां, लोन देने वाली NBFC संस्थाओं के साथ पार्टनरशिप कर रही है, ताकि लोन प्रदान करने के लिए इनवॉइस फैक्टरिंग जैसी वैकल्पिक जानकारी पर विचार किया जा सके।

    यह बहुत ही आसान है और लोन अप्रूव होने में ज़्यादा समय भी नहीं लगता है। जिससे व्यापारियों का जीवन काफ़ी आसान हो गया है।
  • समय और मेहनत बचाएं
    डाटा एंट्री, इनवॉइसिंग और इन्वेंटरी मैनेजमेंट जैसे कामों को ऑटोमेट करके, छोटे व्यापारी या MSMEs के मालिक अपने समय और मेहनत को बचा सकते हैं और अपना पूरा ध्यान अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने में लगा सकते हैं।
  • ऑटोमेशन से पैसे बचाएं
    व्यवसाय में प्रौद्योगिकी के उपयोग से शारीरिक श्रम में बचत होती है। साथ ही कर्मचारियों को काम पर रखने और उनके प्रशिक्षण के ऊपर होने वाले ख़र्चों को कम करके काफ़ी पैसे भी बचाए जा सकते हैं।

    इसके अलावा, ऑटोमेशन की मदद से व्यवसाय की बुककिपिंग में होने वाली गलतियों और देरी से भी बचा जा सकता है।
  • मैनुअल गलतियों से छुटकारा पाएं
    ऑटोमेटेड डाटा एंट्री, इन्वेंटरी मैनेजमेंट और ऑर्डर पूरा करने के मामले में होने वाली गलतियों से छुटकारा पाएं। इससे आपके ग्राहक शिकायत की बजाय आपकी तारीफ़ करेंगे।
  • आसानी से व्यवसाय बढ़ाएं
    ऑटोमेशन की मदद से MSMEs या छोटे व्यवसाय अपने संचालन को आसानी से बढ़ा सकते हैं। व्यवसाय में ऑटोमेशन शारीरिक श्रम को कम करता है और कम कर्मचारी होने के बाद भी अधिक उत्पादन की क्षमता प्रदान करता है। ये सब व्यवसाय को तेज़ी से आगे बढ़ने में मदद करते हैं।
  • व्यवसाय में रहें सबसे आगे
    वित्तीय ऑटोमेशन अपनाने से MSMEs की दक्षता में सुधार होता है, कम लागत में बेहतर उत्पाद और सेवाएं देने का मौक़ा मिलता है, जिससे व्यापारी अपने साथियों से प्रतिस्पर्धा की दौड़ में आगे निकल सकते हैं।

MyMoney छोटे व्यवसायों की कैसे मदद करता है?

एक छोटे व्यवसाय के मालिक के रूप में हर कोई अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने का सपना देखता है। लेकिन, उनके रास्ते में पूंजी की कमी एक बड़ी समस्या बनकर खड़ी हो जाती है।

पहले तो कम से कम ऐसा ही होता था, लेकिन अब और नहीं।

अब व्यापारियों की वित्त संबंधी परेशानियों को दूर करने और उनके सपनों को पूरा करने में MyMoney मदद कर सकता है।

इसकी मदद से अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए उचित दर पर कोलैटरल फ़्री बिज़नेस लोन लिया जा सकता है। साथ ही अपने व्यवसाय के वित्त को संभालने के लिए ज़ीरो बैलेंस करेंट अकाउंट भी खुलवाया जा सकता है।

व्यवसाय की बिलिंग को डिजिटल करके समय बचाया जा सकता है। केवल यही नहीं अकाउंटिंग, इन्वेंटरी आदि को भी ऑटोमेट किया जा सकता है, जिससे समय और पैसे दोनों बच सकते हैं।

ये सभी काम व्यापारी या MSME मालिक बिना बैंक या CA का चक्कर लगाए एक जगह बैठकर कर सकते हैं।

MyMoney ऐप उपयोगकर्ताओं के अनुकूल है और इसकी अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करके व्यापारी अपने व्यवसाय को काफ़ी आगे तक ले जा सकते हैं।

निष्कर्ष

संक्षेप में कहें तो MSMEs या छोटे व्यवसायों के लिए वित्तीय ऑटोमेशन एक शक्तिशाली उपकरण है, जिससे वो अपनी उत्पादकता, दक्षता और प्रतिस्पर्धात्मकता को सुधार सकते हैं। सही तकनीक और प्रक्रियाओं को अपनाकर, MSMEs मालिक या छोटे व्यापारी अपने कर्मचारियों को कम करके काफ़ी पैसे बचा सकते हैं और अपने व्यवसाय के लक्ष्यों को तेज़ी से प्राप्त कर सकते हैं।

तो अभी भी आप किस बात का इंतज़ार कर रहे हैं? आज ही MyMoney डाउनलोड करें और पूरे आत्मविश्वास से अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाएं।

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