करेंट अकाउंट क्या होता है और यह बिज़नेस के लिए क्यों ज़रूरी है?

current account

बिज़नेस (Business) छोटा हो या बड़ा, उसे अच्छे से चलाना बड़ी चुनौती होती है। बिज़नेस चलाते समय हमेशा पेमेंट कलेक्ट और ट्रांसफ़र (Payment collection and transfer) करना पड़ता है। साथ ही कई तरह के ख़र्चों (Expenses) को मैनेज़ करना पड़ता है, इसलिए लगातार पैसों की ज़रूरत पड़ती रहती है। ऐसे में बिना सही बैंक अकाउंट (Bank account) के बिज़नेस के सभी ख़र्चों को मैनेज़ करना लगभग नामुमकिन होता है। ज़्यादातर छोटे व्यवसायी अपने बिज़नेस और उसके ख़र्चों को मैनेज़ करने के लिए अपने पर्सनल सेविंग अकाउंट (Personal saving account) का उपयोग करते हैं, जो लंबे समय में किसी भी बिज़नेस के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। पर्सनल सेविंग अकाउंट की कुछ सिमाएं (Limits) होती है, यानी आप बिज़नेस की सभी ज़रूरतों को सेविंग अकाउंट (Saving account) से पूरा नहीं कर सकते हैं। इसके साथ ही सेविंग अकाउंट का सबसे बड़ा नुक़सान यह है कि बिज़नेस और पर्सनल ख़र्चे (Business and personal expenses) मिक्स हो जाते हैं।

बिज़नेस और पर्सनल ख़र्चे मिक्स होने के बाद उन्हें ट्रैक करने में बहुत परेशानी होती है और इसमें काफ़ी समय भी बर्बाद होता है। इसके साथ ही पर्सनल सेविंग अकाउंट से बिज़नेस के ख़र्चों को मैनेज़ करने से बिज़नेस में होने वाले फ़ायदे और नुकसान की सही-सही गणना करने में भी मुश्किल होती है। यही वजह है कि बिज़नेस एक्सपर्ट पर्सनल उपयोग के लिए सेविंग अकाउंट (Saving account) और बिज़नेस मैनेज़ करने के लिए अलग से करेंट अकाउंट (Current account) खुलवाने की सलाह देते हैं। इस ब्लॉग में हम करेंट अकाउंट (Current account) क्या होता है? यह बिज़नेस के लिए क्यों ज़रूरी है और किस बैंक या नियो बैंक का बिज़नेस करेंट अकाउंट (Business current account) सबसे अच्छा होता है, इसके बारे में बात करेंगे। इन सबके बारे में विस्तार से जानने के लिए पूरा ब्लॉग ज़रूर पढ़ें।

करेंट अकाउंट क्या होता है?

करेंट अकाउंट (Current account) एक ऐसा अकाउंट होता है, जो प्रायः नियमित रूप से बड़ी संख्या में ट्रांजेक्शन्स (Transactions) करने वाली व्यावसायिक संस्थाओं (Business institutions) या लोगों द्वारा खोला जाता है। नियमित ट्रांजेक्शन्स में पेमेंट भेजना (Trasfer payment), कलेक्ट करना (Collection), पैसे जमा करना (Deposit), निकालना (Withdrawl), चेक जमा (Check deposit) करना आदि शामिल होता है। करेंट अकाउंट (Current account) का उपयोग किसी संस्था के साथ-साथ फ़्रीलांसर्स (Freelancers), एक व्यक्ति या एक व्यक्ति की कंपनी के मालिक द्वारा भी किया जा सकता है। अक्सर ये सभी काम छोटे व्यवसायी अपने पर्सनल सेविंग अकाउंट (Personal saving account) में करते हैं। इस तरह वह करेंट अकाउंट (Current account) के फ़ायदों से अनजान रह जाते हैं और उसका लाभ भी नहीं उठा पाते हैं। करेंट अकाउंट (Current account) का सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि आप बिना किसी पूर्व सूचना के बैंक से बड़े से बड़ा अमाउंट निकाल सकते हैं। सामान्य तौर पर भारत में करेंट अकाउंट 5,000 रूपये से लेकर 25,000 रूपये तक में खोले जा सकते हैं।

करेंट अकाउंट के फ़ायदे:

  1. करेंट अकाउंट (Current account) मुख्य रूप से व्यवसायियों (Business owners) की ज़रूरतों को ध्यान में रखकर बनाया गया है, ताकि व्यवसायी बिना किसी परेशानी के आसानी से ट्रांजेक्शन्स (Transactions) कर सकें। अगर आप एक व्यवसायी हैं और आपको किसी काम के लिए ज़्यादा पैसों की पेमेंट करनी है, तो आप करेंट अकाउंट (Current account) से यह आसानी से कर सकते हैं। करेंट अकाउंट (Current account) से बिना किसी रुकावट के बड़े से बड़े ट्रांजेक्शन्स (Big transactions) आसानी से किए जा सकते हैं।
  1. जहां सेविंग अकाउंट (Saving account) में हर समय एक निश्चित बैलेंस अमाउंट (Fixed balance amount) रखना पड़ता है। वहीं, करेंट अकाउंट (Current account) में कम से कम बैलेंस अमाउंट (Minimum balance amount) रखना पड़ता है।
  1. पहले केवल सेविंग अकाउंट (Saving account) में ओवरड्राफ़्ट (Overdraft) की सुविधा थी, लेकिन अब यह सुविधा करेंट अकाउंट (Current account) के साथ भी मिलती है। इस सुविधा के होने से आप अपने करेंट अकाउंट (Current account) में जमा पैसों से अधिक पैसे निकाल सकते हैं। इसका मतलब यह है कि अगर आपके करेंट अकाउंट (Current account) में केवल 10,000 रूपये हैं, लेकिन आपको 15,000 रूपये की ज़रूरत है, तो आप यह अमाउंट करेंट अकाउंट से आसानी से निकाल सकते हैं।
  1. अगर आप एक दिन में एक निश्चित अमाउंट से ज़्यादा पैसा निकालना चाहते हैं, तो कुछ एक्स्ट्रा चार्ज़ देकर कई बार मनचाहा अमाउंट निकाल सकते हैं।
  1. करेंट अकाउंट (Current account) की मदद से व्यवसायी सीधे चेक या ड्राफ़्ट द्वारा ट्रांजेक्शन्स (Transactions with cheque or draft) कर सकते हैं। इसकी वजह से बिज़नेस ट्रांजेक्शन्स (Business transactions) में आने वाली परेशानियां दूर हो गई हैं।
  1. अगर कोई व्यक्ति या व्यवसायी अपने करेंट अकाउंट (Current account) को हमेशा चालू रखना चाहे, तो वह ऐसा कर सकता है। करेंट अकाउंट (Current account) को चालू रखने के लिए कोई निर्धारित समय-सीमा नहीं है।

कहां खुलवाएं बिज़नेस के लिए करेंट अकाउंट:

वर्तमान में लगभग सभी बैंक, करेंट अकाउंट (Current account) की सुविधा प्रदान करने लगे हैं। हालांकि, कुछ बैंक में बिज़नेस के लिए करेंट अकाउंट (Current account) खुलवाना बहुत ही मुश्किल होता है और उसमें काफ़ी समय भी लगता है। इसके साथ ही करेंट अकाउंट (Current account) खुलवाने के लिए हर बैंक में अलग-अलग चार्जेज़ भी लगते हैं। वहीं, पारंपरिक बैंकों (Traditional banks) में करेंट अकाउंट (Current account) होने पर छुट्टी वाले दिन बैंकिंग करने में परेशानी भी होती है। जबकि, अगर आप किसी नियो बैंक (Neobank) में अपने बिज़नेस के लिए करेंट अकाउंट खुलवाते हैं, तो उसमें समय कम लगता है। साथ ही आपको कई अन्य फ़ायदे भी मिलते हैं, जिससे बिज़नेस मैनेज़ करना और चलाना काफ़ी आसान हो जाता है। MyMoney एक ऐसी ही नियो बैंकिंग ऐप (Neobanking app) है, जहां कोई भी व्यवसायी अपने बिज़नेस के लिए करेंट अकाउंट (Current account) आसानी से खुलवा सकता है।

ऊपर बताई गई सभी बातों को ध्यान में रखकर हम कह सकते हैं कि छोटे-बड़े हर तरह के बिज़नेस के लिए करेंट अकाउंट (Current account) खुलवाना बहुत ज़रूरी है। बिज़नेस का अलग करेंट अकाउंट होने से टैक्सेशन की प्रॉसेस (Taxation process) आसान हो जाती है और सभी ख़र्चों (Expenses) पर नज़र रखने में मदद भी मिलती है। MyMoney को देश भर के छोटे बिज़नेस (Small business) को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इसकी मदद से व्यवसायी अपने बिज़नेस के लिए कम पेपर वर्क में करेंट अकाउंट (Current account with less paperwork) खुलवाने के साथ ही बिज़नेस का फ़ाइनेंस (Finance), बिलिंग (Billing), अकाउंटिंग (Accounting) और इन्वेंटरी (Inventory) आसानी से मैनेज़ करके अपने बिज़नेस को आगे बढ़ा सकते हैं। Download now!

MyMoney

Leave a Comment

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Scroll to Top